बजरंग बाण का पाठ Download , Bajrang baan lyrics in Hindi PDF

Bajrang baan lyrics: Belief in the presence of God in this world often coexists with the fear of malevolent spirits. This fear can sometimes become so pervasive that it begins to cast a shadow on our very existence. However, it is often said that for every ailment, there exists a remedy, and the same holds true for our fears. Bajrang Baan is hailed as the most efficacious antidote to dispel fear and anxiety.

The potent verses of Bajrang Baan are uniquely employed to address the fulfillment of material desires. It is widely believed that the recitation of Bajrang Baan has the power to alleviate even the most formidable challenges and obstacles that one might encounter in life.

बजरंग बाण पाठ

(Bajrang Baan Paath) श्री हनुमान के भक्त जिन्हें बजरंग बली का जप करने का आदर है, उन्हें सभी प्रकार के दुख और कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है, और वे हर प्रकार के भय से दूर रहते हैं। श्री हनुमान चालीसा का पाठ करने वाले कुछ लोग, बजरंग बली के कृपास्पद को प्रसन्न रखने के लिए इसे जपते हैं। हालांकि, बजरंग बाण का जप भी साथ में किया जा सकता है, तो श्री हनुमान के भक्तों को असीम कृपा की प्राप्ति हो सकती है।

बजरंग बाण (Bajrang Baan) का पाठ करने वाले व्यक्ति विभिन्न प्रकार की समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं, लेकिन इस पाठ को सही रूप से करने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इसकी विधि, नियम, और सावधानियों के बारे में जानकारी रखें। बजरंग बाण पाठ को हमेशा मंगलवार को ही आरंभ करना चाहिए, क्योंकि मंगलवार श्री हनुमान को समर्पित होता है।

Bajrang baan lyrics in Hindi

श्री हनुमान के आदर्श और शक्ति के इस महत्वपूर्ण प्रार्थना पाठ को अपने आध्यात्मिक यात्रा के लिए उपयोग करने के लिए आप उपयुक्त विधि से पढ़ सकते हैं, जिससे आपको शक्ति, सुरक्षा, और आध्यात्मिक संवाद का अनुभव होगा।

आप इस महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ को उपयोग करने के लिए इस लेख के अंत में दिए गए सीधे लिंक पर क्लिक करके इसके PDF संस्करण को डाउनलोड कर सकते हैं या ऑनलाइन पढ़ सकते हैं। बजरंग बाण के पाठ से आपके जीवन में सशक्ति, सुरक्षा, और आध्यात्मिक पूर्णता की प्राप्ति हो।

Mahakaleshwar Ujjain Darshan Booking

Bajrang baan Overview

PDF Name Bajrang Baan PDF Hindi
No. Of Total Pages 5
PDF Size 3 MB
Language Hindi
PDF Category Religions & Spirituality
Published Date 8/09/2023
Source / Credits cemca.org.in
Uploaded By Hanuman bhakt
Download लिंक निचे दिया हुआ है.

बजरंग बाण पाठ in Hindi

॥ दोहा ॥- bajrang baan

निश्चय प्रेम प्रतीति ते,बिनय करै सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ,सिद्ध करै हनुमान॥

॥ चौपाई ॥- bajrang baan path

जय हनुमन्त सन्त हितकारी। सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥

जन के काज विलम्ब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥

जैसे कूदि सिन्धु वहि पारा। सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥

आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुर लोका॥

जाय विभीषण को सुख दीन्हा। सीता निरखि परम पद लीन्हा॥

बाग उजारि सिन्धु महं बोरा। अति आतुर यम कातर तोरा॥

अक्षय कुमार मारि संहारा। लूम लपेटि लंक को जारा॥

लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुर पुर महं भई॥

अब विलम्ब केहि कारण स्वामी। कृपा करहुं उर अन्तर्यामी॥

जय जय लक्ष्मण प्राण के दाता। आतुर होइ दु:ख करहुं निपाता॥

जय गिरिधर जय जय सुख सागर। सुर समूह समरथ भटनागर॥

ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमन्त हठीले। बैरिहिं मारू बज्र की कीले॥

गदा बज्र लै बैरिहिं मारो। महाराज प्रभु दास उबारो॥

ॐकार हुंकार महाप्रभु धावो। बज्र गदा हनु विलम्ब न लावो॥

ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं हनुमन्त कपीसा। ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर शीशा॥

सत्य होउ हरि शपथ पायके। रामदूत धरु मारु धाय के॥

जय जय जय हनुमन्त अगाधा। दु:ख पावत जन केहि अपराधा॥

पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत कछु दास तुम्हारा॥

वन उपवन मग गिरि गृह माहीं। तुमरे बल हम डरपत नाहीं॥

पाय परौं कर जोरि मनावों। यह अवसर अब केहि गोहरावों॥

जय अंजनि कुमार बलवन्ता। शंकर सुवन धीर हनुमन्ता॥

बदन कराल काल कुल घालक। राम सहाय सदा प्रतिपालक॥

भूत प्रेत पिशाच निशाचर। अग्नि बैताल काल मारीमर॥

इन्हें मारु तोहि शपथ राम की। राखु नाथ मरजाद नाम की॥

जनकसुता हरि दास कहावो। ताकी शपथ विलम्ब न लावो॥

जय जय जय धुनि होत अकाशा। सुमिरत होत दुसह दु:ख नाशा॥

चरण शरण करि जोरि मनावों। यहि अवसर अब केहि गोहरावों॥

उठु उठु चलु तोहिं राम दुहाई। पांय परौं कर जोरि मनाई॥

ॐ चं चं चं चं चपल चलन्ता। ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमन्ता॥

ॐ हं हं हांक देत कपि चञ्चल। ॐ सं सं सहम पराने खल दल॥

अपने जन को तुरत उबारो। सुमिरत होय आनन्द हमारो॥

यहि बजरंग बाण जेहि मारो। ताहि कहो फिर कौन उबारो॥

पाठ करै बजरंग बाण की। हनुमत रक्षा करै प्राण की॥

यह बजरंग बाण जो जापै। तेहि ते भूत प्रेत सब कांपे॥

धूप देय अरु जपै हमेशा। ताके तन नहिं रहे कलेशा॥

॥दोहा॥

प्रेम प्रतीतिहिं कपि भजै, सदा धरै उर ध्यान।

तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करै हनुमान॥

बजरंग बाण पाठ अर्थ

जो भक्त अपने ह्रदय में आपके प्रति पूरी श्रद्धा व प्रेम भाव सहित संकल्प के साथ आपसे प्रार्थना करते है। हे हनुमान जी, आप अपने सभी भक्तों के सकल कार्यों को शुभदायक और सफल करते हैं। हे संतों का हित करने वाले हनुमान जी, आपकी सदा ही जय हो, हे प्रभु, हमारी प्रार्थना को सुन लीजिये।
हे पवनपुत्र, बिना किसी विलम्ब के भक्तजनो के कार्यों को करे। जल्दी से आप आकर हमे महा सुख प्रदान कीजिये।

हे बजरंग बलि जिस प्रकार आपने कूद कर समुद्र को पार किया था। सुरसा जैसी विशालकाय राक्षसी के शरीर में प्रवेश कर भी आप सकुशल लौट आये थे।
जब लंका के द्वार पर लंका की प्रहरी लंकिनी ने आपको रोका, तो लात मार कर आपने उसे सुरलोक पंहुचा दिया।

लंका में विभीषण के मिलकर आपने उनको असीम सुख दिया। सीता माता को ढूंढ़कर उनके आशीर्वाद फलस्वरूप आपको परम पद की प्राप्ति हुई।
आपने सारी अशोक वाटिका को उजाड़ कर आपने समुद्र में डूबा डाला और रावण के सैनिकों के लिए यम के दूत बन गए।
क्षण में ही आपने रावणपुत्र अक्षय कुमार को मार कर उसका संहार कर दिया। आपने अपनी पूंछ से पूरी की पूरी लंका नगरी को जला डाला।
लंकानगरी लाह के समान धू-धू कर जल गयी। पूरे देवलोक में आपकी जय जयकार होने लगी।

check also : Char Dham Yatra Registration

हे स्वामी मुझ दास के कार्य सवारने में आप किस कारण देरी कर रहे हैं, हे अंतर्यामी प्रभु मुझ पर कृपा कीजिये।
हे हनुमान जी आपकी जय हो, जैसे आपने लक्ष्मण जी के प्राण की रक्षा की थी। उसी प्रकार आप मुझ आतुर के दुःखो का निवारण कीजिये।
हे पहाड़ को उठाने वाले, सुख के सागर बजरंग बलि आपकी जय हो। आप में अनेको देवताओं के बराबर शक्ति व् सामर्थ्य है।
हे हनुमान जी आप भक्तों की रक्षा के लिए ढृढ प्रतिज्ञ है। अपने वज्र से मेरे शत्रुओं पर प्रहार कर मुझे बचाइए मुझ पर कृपा कीजिये। 

हे प्रभु, अपनी वज्र की गदा ले मेरे शत्रुओ का संहार करो। हे बजरंग बलि महाराज प्रभु मुझ दास को विपत्तियों से छुटकारा दिलाइए ।
हे महाप्रभु, आप ओंकार की हुंकार भरकर मेरे कष्टों पर धावा बोल दीजिये और बिना विलम्ब किए अपनी गदा से प्रहार कर उन्हें समाप्त कर दीजिये ।
हे वानरों के स्वामी, हे शक्तिमान परमेश्वर बजरंग बलि हनुमान, मेरे दुश्मनों के ह्रदय व् शीश धड़ से अलग कर दीजिये ।
हे बजरंग बलि, आपको प्रभु श्री राम की शपथ है, मेरी विनय को स्वीकार कीजिये। हे रामदूत मेरे शत्रुओ का विनाश कर दीजिये।

हे असीम शक्तियों के स्वामी बजरंग बलि, मैं अपने ह्रदय की अथाह गहराइयों से आपकी सदा जय जयकार करता हूं। प्रभु आप के होते हुए मुझ सेवक को किस अपराधों के कारण दुःख मिल रहा हैं।
हे कृपा निधान, आपका यह दास पूजा, जप, तप के नियम और आचार कुछ भी नहीं जानता है।
आपके बल के संरक्षण में रहकर आपके भक्तो को जंगल, उपवन, मार्ग, पर्वत या फिर चाहे घर हो कहीं भी भय नहीं लगता है।
हे प्रभु मैं आपके चरणों में दंडवत प्रणाम कर, हाथ जोड़कर आपसे अपनी विपत्ति कह रहा हूँ। आपके सिवा भला और कौन है जिससे मै अपनी रक्षा की गुहार लगाऊं।

हे अंजनी पुत्र, हे अतुलित बल के स्वामी, आपकी सदा ही जय हो। हे भगवान शंकर के अंश, कृपया मेरी रक्षा कीजिये।
हे बजरंग बलि, आपका बदन विशाल है आप साक्षात काल का भी काल है। आप भगवान श्री राम के सहायक है दीन-दुखियों का पालन करते है।
भूत, प्रेत, पिशाच, बेताल व रात् में घूमने वाली दुष्ट आत्माओं को आप अपनी नेत्र की अग्नि से भस्म कर देते हैं।
हे बजरंग बलि, आपको प्रभु श्री राम की शपथ है, इन दुष्टो का संघार कीजिये और हे नाथ अपने नाम की प्रतिष्ठा रखिये।

आप माता सीता व् श्री राम के सेवक हैं आपको उनकी सौगंध हैं, अपने इस दास की विपत्ति का शीघ्र निवारण कीजिये।
हे पवनपुत्र, आपके जय जयकार की ध्वनी सदा ही आकाश में गूंजती रहती है। आपके स्मरण मात्र से ही दारुण दुखो का भी पूरी तरह से नाश हो जाता है।
आपके चरणों में शरण लेकर आपसे हाथ जोड़कर विनती करता हूँ, हे प्रभु मेरा पथ-प्रदर्शन करें, आपके अलावा मैं किसे पुकारूँ।
आपको भगवान श्री राम की सौगंध है कृपया उठकर चले आइये। मै आपके पांव पकड़कर व् हाथ जोड़कर अपनी विपत्तियों को समाप्त करने की प्रार्थना कर रहा हूँ ।

हे वायु के वेग समान गति वाले और अत्यंत फुर्तीले पवनपुत्र, मुझ पर कृपा कीजिये और मेरी विपत्तियों का नाश कर दीजिये।
हे बिजली समान तेज वानर राज, आपकी हुंकार भरने से दुष्ट व् राक्षस सहम हो इस प्रकार लुप्त हो जाते है जैसे सूर्योदय होने से अंधकार लुप्त हो जाता है।
हे प्रभु हनुमान जी, हम भक्तजनों को सभी विपत्तियों से तुरंत उबार हमारे मन को शांत कीजिये। जिससे हम आपका सुमिरन कर हमें परम आनंद प्राप्त हो।
यह बजरंग बाण जिसे मार दिया जाय तो फिर तीनो लोको मे ऐसा कौन है जो उसको उबार सके।

जो समर्पण भाव से इस बजरंग बाण का नियमित रूप से पाठ करते है, उनके प्राणों की रक्षा स्वयं हनुमान जी करते हैं।
जो भक्त इस बजरंग बाण पाठ का जप करते है। भूत-प्रेत उनके पास फटकने का सोचकर ही डरकर कांपने लगते हैं।
जो भक्त हनुमान जी की धूप-दीप आदि देकर बजरंग बाण पाठ का जाप करते है, उनके शरीर में कोई भी रोग-क्लेश नहीं रह जाता है।

जो व्यक्ति प्रेमपूर्वक कपिराज हनुमान जी को भजन करते है। सदा ही अपने ह्रदय में उनका ध्यान करते है।हनुमान जी उनके सर्वकार्यों को शुभता के साथ सम्पूर्ण करते है, सर्वकामनाओ को सिद्ध करते हैं।

बजरंग बाण पाठ की सही विधि

बजरंग बाण का पाठ करते समय, आपको धार्मिक और आध्यात्मिक महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना चाहिए। यह विधि आपके पाठ को पवित्र और प्रास्ताविक बनाएगी, और आपको मानसिक शांति और साधना का संबोधन करेगी।

  1. मंगलवार का चयन: बजरंग बाण का पाठ करने के लिए सबसे उपयुक्त दिन मंगलवार है, जो भगवान हनुमान के दिन के रूप में प्रसिद्ध है।
  2. स्नान और वस्त्र धारण: सूर्योदय से पहले निर्मल रूप से स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। इससे आपका मानसिक तथा शारीरिक शुद्धि होगा।
  3. पूजा स्थल की तैयारी: आपके पाठ करने के स्थल को साफ करें और भगवान बालाजी की मूर्ति स्थापित करें। श्री गणेश की पूजा करना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे सभी पूजाओं के विघ्नहरण होते हैं।
  4. पाठ का संकल्प: ध्यान से बजरंग बाण का पाठ करने से पहले, हनुमान जी को प्रणाम करें और संकल्प लें कि आप इस पाठ का आदरपूर्वक और भक्तिपूर्वक करेंगे।
  5. पूजा का आयोजन: हनुमान जी को फूल अर्पित करें और उनके समक्ष धूप, दीप जलाएं।
  6. आसन और माला: कुश से बना आसन बिछाएं और बजरंग बाण का पाठ करते समय माला का जाप करें।
  7. ध्यान और कीर्तन: बजरंग बाण पाठ पूर्ण होने के बाद, भगवान श्री राम और माता सीता का स्मरण और कीर्तन करें।
  8. प्रसाद अर्पण: हनुमान जी को प्रसाद के रूप में चूरमा, लड्डू, और मौसमी फल आदि अर्पित करें।

इस रूप में, आपका बजरंग बाण पाठ पूर्ण होगा और आप भगवान हनुमान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। यह धार्मिक अद्भुती अनुभव आपके जीवन में सशक्ति, सुरक्षा, और आध्यात्मिक पूर्णता लाएगा।

also read : TTD Ticket Booking tirupatibalaji.ap.gov.in

बजरंग बाण पाठ के लाभ

बजरंग बाण का नियमित रूप से पाठ करने से आपके जीवन में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हो सकते हैं। इस पाठ का प्रतिदिनी अभ्यास आपको सभी प्रकार के भय, क्रोध, और अन्य नकारात्मक भावनाओं से मुक्ति दिला सकता है और आपका आत्मविश्वास मजबूत हो सकता है।

  • अगर आप किसी शत्रु से परेशानी झेल रहे हैं, तो बजरंग बाण का पाठ नियमित रूप से करने से वह आपको हानि नहीं पहुंचा सकता है और आपकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सकती है।
  • व्यापार और कारोबार में वृद्धि के लिए भी बजरंग बाण का पाठ करना लाभकारी हो सकता है।
  • अगर आपके कार्य ठीक से नहीं बन रहे हैं या बने हुए कार्य बिगड़ जाते हैं, तो भी बजरंग बाण का नियमित पाठ आपकी समस्याओं को हल करने में मदद कर सकता है।
  • आपके या आपके मित्र के ह्रदय रोग और ब्लड प्रेशर के रोग से पीड़ित हैं तो बजरंग बाण का पाठ करना उनके लिए भी लाभकारी हो सकता है।
  • विवाह में कोई अड़चन आ रही है या आपका वैवाहिक जीवन सही नहीं चल रहा है, तो बजरंग बाण का पाठ करना भी आपके जीवन को सुखद और समृद्धि भरा बना सकता है।

इस तरीके से, बजरंग बाण का पाठ नियमित रूप से करने से आप अपने जीवन को सफलता, सुख, और समृद्धि की ओर अग्रसर कर सकते हैं।

Bajrang baan पाठ का फुल विडियो?

बजरंग बाण सिद्ध करने की विधि

बजरंग बाण का पाठ करने से आप अपने कष्टों और समस्याओं से धीरे-धीरे छुटकारा पा सकते हैं, लेकिन अगर आप इसके साथ ही पाठ को सिद्ध करने के तरीके का भी प्रयोग करें तो इससे पाठ का प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है और लाभ शीघ्र ही प्राप्त हो सकता है।

सिद्ध करने की विधि:

  1. चौकी स्थापना: मंगलवार के दिन, आधी रात को, सबसे पहले पूर्व दिशा में एक लकड़ी की चौकी स्थापित करें। इस चौकी पर लाल रंग का चौकोर कपड़ा फैला दें।
  2. मंत्र लिखना: एक सादे कागज पर मंत्र “ऊं हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्” लिखें और उसे ठीक वैसी ही स्थिति में चौकी पर छोड़ दें।
  3. दीपक प्रज्वलित करना: लकड़ी की चौकी के दाहिने ओर शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करें।
  4. पाठ करना: कुश से बने आसन पर बैठकर, ध्यान से और एकाग्रता से बजरंग बाण का पाठ करें, लगभग 5 से 8 बार।
  5. मंत्र प्राप्ति: मंत्र को सिद्ध करने के बाद, मंत्र को चौकी पर से उठाकर अपने घर के मंदिर में रख दें।
  6. पूजा-अर्चना: प्रतिदिन मंदिर में उपस्थित मंत्र का पूजा-अर्चना करें।

इस मान्यता के अनुसार, इस तरीके से बजरंग बाण को सिद्ध करने से आपकी मनोकामनाएँ बहुत जल्द पूरी हो सकती हैं।

इन स्थितियों में बजरंग बाण का पाठ करने से बचें:

  1. श्री हनुमान जी को अच्छा फल देने वाला देवता माना जाता है, लेकिन आपको किसी को नीचा या छोटा दिखाने के उद्देश्य से इस पाठ को कभी न करें।
  2. किसी दूसरे को नीचा दिखाने या छोटा करने की भावना के साथ बजरंग बाण का पाठ कभी न करें।
  3. किसी अनुचित काम को संपन्न करने या किसी विवाद को जीतने के लिए इस पाठ का सहारा न लें।
  4. प्रतिदिन के छोटे-छोटे कार्यों में आने वाली छोटी-छोटी बाधाओं या समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए बजरंग बाण का पाठ न करें।
  5. बिना प्रयत्न या कठिन परिश्रम के किसी कार्य को पूरा करने के उद्देश्य से इस पाठ को न करें।
  6. धन-संपत्ति, वैभव, या किसी अन्य भौतिक साधन को प्राप्त करने के लिए बजरंग बाण के पाठ को न करें।
  7. किसी से बदला लेने के लिए या हानि पहुंचाने के प्रयोजन से इस पाठ को किसी भी अवस्था में न करें।
  8. हिन्दू धर्म के शास्त्रों में खास रूप से श्री बजरंग बाण को बहुत विलक्षणकारी तथा सभी इच्छाओं को पूरा करने वाला माना जाता है, परंतु इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि किसी भी बेमतलब व बेकार के काम लिए बजरंग बाण का पाठ करने से आपको फायदा मिल जाएगा।
  9. बजरंग बाण पाठ करने का समय विशेषतः मंगलवार और शनिवार के दिन से ही करें, और पूरी दिन के विशेष नियमों का पालन करें।
  10. जितने दिन भी पाठ करने का निश्चय करें, उस दौरान किसी भी तरह के नशे या मांस-मछली का सेवन एकदम नहीं करें।

Bageshwar Dham Token Booking  bageshwardham.co.in, Entry Ticket Price

सम्पूर्ण बजरंग बाण पाठ  Bajrang baan as Image Download

Bajrang Baan PDF Download 2023

You can easily access the PDF version of the revered Sanskrit scripture, Bajrang Baan (बजरंग बाण पाठ), by following the link provided within this article. Whether you prefer to download it for offline reading or simply wish to read it online, we have made it convenient for you. Below, you’ll find both the link and additional information about this sacred text.

Bajrang Baan, often referred to as the “Hanuman Bajrang Baan,” is a powerful hymn dedicated to Lord Hanuman, the divine embodiment of strength, devotion, and courage. This profound prayer is recited by millions of devotees worldwide to seek the blessings and protection of Lord Hanuman. Its verses are composed in Sanskrit, a classical language known for its richness and spiritual significance.

To access the Bajrang Baan in PDF format, click on the link provided within this article. Once downloaded, you can have it readily available for your spiritual practice or personal study. Alternatively, if you prefer to read it online, you can simply follow the direct link provided at the bottom of this article.

This timeless scripture holds great significance in Hinduism and is known for its ability to invoke the strength and grace of Lord Hanuman in times of adversity. Whether you are a devout follower seeking solace in its verses or someone interested in exploring the profound world of ancient Sanskrit scriptures, the Bajrang Baan PDF is a valuable resource that you can easily access and utilize for your spiritual journey.

May the recitation of Bajrang Baan bring you strength, protection, and spiritual fulfillment. Click on the link below to download or read this sacred text in its original Sanskrit form.

नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप सम्पूर्ण बजरंग बाण PDF / Bajrang Baan PDF in Hindi मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है।

Download सम्पूर्ण बजरंग बाण | Bajrang Baan PDF : Click here

FAQs

बजरंग बाण कब पढ़ना चाहिए ?

यदि आपके जीवन में सर्वदा दुःख, दर्द और कष्ट हो रहे हैं, और कोई भी काम सफलता नहीं प्राप्त कर रहा है, और आपके जीवन में सामान्यत: बुरा ही हो रहा है, तो आपको मंगलवार के दिन बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। इससे आपका मन शांत हो सकता है और समस्याओं का समाधान मिल सकता है।

बजरंग बाण का मंत्र कौन सा है ?

बजरंग बाण का मंत्र ये है।ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता। ॐ हं हं हांक देत कपि चचल.

हनुमान जी कितने फुट के थे ?

श्री हनुमान जी की लंबाई को लेकर अलग-अलग साक्ष्य मिलते हैं। कुछ जगहों पर ऐसा वर्णन मिलता है की हनुमान जी की लंबाई 108 फिट थी, तो कहीं कहीं पर उनकी हाइट 35 फीट बताई गई है।

हनुमान जी के गदा का वजन कितना है?

गदा का वजन 21 टन

हनुमान जी की उम्र क्या है?

ज्योतिषीयों के सटीक गणना के अनुसार हनुमान जी का जन्म 58 हजार 112 वर्ष पहले त्रेतायुग के अन्तिम चरण में चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्रा नक्षत्र व मेष लग्न के योग में सुबह 6.03 बजे भारत देश में आज के झारखण्ड राज्य के गुमला जिले के आंजन नाम के छोटे से पहाड़ी गाँव के एक गुफा में हुआ था।

हनुमान का बेटा कौन है?

वाल्मीकि की रामायण के मुताबिक, हनुमान के पिता केसरी बृहस्पति पुत्र थे, जो स्वयं राम की सेना के साथ मिलकर रावण के खिलाफ लड़े थे. अंजना और केसरी ने पुत्र प्राप्ति के लिए भगवान शिव की उपासना की थी. इनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने ही इन्हें पुत्र का वरदान दिया था.

हनुमान जी के असली नाम क्या है?

बहुत कम लोग जानते हैं कि हनुमान जी के बचपन का नाम मारुति था, जो दरअसल उनका सबसे पहला व असली नाम था। * देवी अंजना के पुत्र होने से इन्हें अंजनी पुत्र व आंजनेय भी कहा जाता है। तो वही पिता केसरी के नाम से भी इन्हें जाना जाता हैं। हनुमान चालीस में इन्हें कई जगह केसरीनंदर संबोधित किया गया हैै।

हनुमान की कौन सी फोटो घर के लिए अच्छी नहीं है?

1. कोई भी चित्र जिसमें भगवान हनुमान को अपनी छाती फाड़ते हुए दिखाया गया हो । #2. कोई भी छवि या मूर्ति, जो उसे संजीवनी पर्वत लेकर उड़ते हुए दिखाती हो; यह दर्शाता है कि वह आपके घर में स्थिर नहीं है।

Related Posts

Kedarnath Registration Apply Online, Application Form

Mahashivratri Shubh Muhurat, सम्पूर्ण व्रत कथा, नियम तथा व्रत/ पूजन विधि

Isha Maha Shivratri Live Streaming, www.isha.sadhguru.org

For breaking news and live news updates, like us on Facebook Get Latest Updates on Whatsapp or follow us on Twitter, Pin us and kooapp. Telegram. Read more on Latest Trending News, Entertainment News, Sports News, Govt. Schemes, on Follow Cemca news.

Leave a Comment